पुलिस महानिदेशक, अशोक कुमार की फेक आई0डी0 बनाकर पैसे मांगने वालों को गिरफ्तार करने में लगी छह टीमें….

तनवीर अली:— उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक, अशोक कुमार की फेक आई0डी0 बनाई गई थी जिससेें पैसे मांगने की शिकायत सम्बन्धी प्राथमिकी कोतवाली देहरादून में दर्ज की गई। प्राथमिक तौर पर अभियुक्त प्रोफेशनल साईबर अपराधी लग रहे हैं जिनका कनेक्शन बिहार, झारखण्ड तथा राजस्थान सेे प्रतीत हो रहा है। वी मुरूगेशन- पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में 06 टीमें बनाई गई है जो कि इस प्रकरण की जांच करेंगी। साथ ही इन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता की गई, जल्द ही इस प्रकरण का खुलासा कर लिया जायेगा।
इसके साथ ही पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था उत्तराखण्ड द्वारा पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से पुलिस महानिरीक्षक कुमांयू परिक्षेत्र, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढवाल परिक्षेत्र एवं समस्त जनपदों के प्रभारियो के साथ जनपदों द्वारा कृत कार्यवाहियों की समीक्षा की गई।

साइबर ठगों ने उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की फेक फेसबुक आईडी बनाकर ठगी की कोशिश की। कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार, तनुज ओबरॉय पुत्र सुभाष ओबरॉय निवासी मोती बाजार ने साइबर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया है। इस तहरीर में कहा गया है कि सोमवार रात एक फेसबुक आईडी से मैसेज आया और दस हजार रुपये की मांग की गई। फेसबुक आईडी की प्रोफाइल पर डीजीपी की फोटो लगी थी। ओबरॉय ने जब परिजनों को यह बात बताई तो उन्हें शक हुआ। इसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क साधा और पुलिस को पीड़ित ने एक नंबर भी उपलब्ध कराया। पुलिस के अनुसार, किसी साइबर ठग ने डीजीपी के नाम से फेक आईडी बनाकर ऐसी हरकत की है। इसकी जांच साइबर थाने की पुलिस भी कर रही है।

छह टीमें बनाकर जांच में लगाईं
इधर, पुलिस मुख्यालय की मीडिया सेल ने कहा है कि 14 जून को डीजीपी की फेक आईडी बनी थी। शुरुआती जांच में यह काम किसी प्रोफेशनल साइबर अपराधी का लग रहा है, जिसका कनेक्शन बिहार, झारखंड और राजस्थान से हो सकता है। वी. मुरुगेशन-आईजी-अपराध एवं कानून व्यवस्था के नेतृत्व में छह टीमें बनाई गई हैं, जो इसकी जांच करेंगी। इन राज्यों के वरिष्ठ अफसरों से भी वार्ता की गई है और जल्द ही इस प्रकरण का खुलासा कर दिया जाएगा।

साथ ही समस्त जनपद प्रभारियों को यह निर्देशित किया गया कि उनके जनपदों में रजिस्टर साईबर क्राईम से सम्बन्धित समस्त केसों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए, इसके लिये अगर अन्य राज्यों में टीमों को भेजना पडे तो वह कार्यवाही की जाए। उपरोक्त वीडियो कान्फ्रेसिंग में नीलेश आनन्द भरणे- पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था, अजय सिंह- पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, श्वेता चैबे- पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था के अतिरिक्त अन्य अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन प्रतिभाग किया गया।

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