कुम्भ का आखिरी शाही स्नान कल……सन्यासी अखाड़े करेगे प्रतीकात्मक रूप से स्नान……. स्नान को लेकर मेला प्रशासन ने तैयारी की पूरी…..

तनवीर अली हरिद्वार:—–कल हरिद्वार महाकुंभ मेले का आखिरी शाही स्नान होना है तेरह अखाड़ों में से सन्यासी अखाड़े इस बार प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करेंगे प्रत्येक अखाड़े से केवल 100 साधु संत ही स्नान के लिए हर की पौड़ी जाएंगे वही बैरागी और वैष्णव संप्रदाय के 6 अखाड़े भी ज्यादा भारी संख्या में साधु संतों के साथ गंगा स्नान नहीं करेंगे कुम्भ मेला पुलिस द्वारा स्नान की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है प्रतिकात्मक स्नान होने से व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है साधु संतों के स्नान के लिए सुबह 7 बजे की बजाय अब हर की पौड़ी को 10 बजे खाली कराया जाएगा शहर में भी शाही यात्रा वाले रुट को छोड़कर सभी क्षेत्रों में आवाजाही जारी रहेगी।

कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल का कहना है कि पूर्व के कुंभ में इस शाही स्नान को नहीं मनाया जाता था मगर इस बार अखाड़ा परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया था और सभी तेरह अखाड़ों को इस स्नान में प्रतिभाग करना था मगर जिस तरह से लगातार कोरोना पूरे देश में बढ़ रहा है इसको देखते हुए काफी अखाड़ों ने प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करने का निर्णय लिया कुंभ के शाही स्नान में अखाड़े में 50 से एक लाख के करीब लोग गंगा स्नान करते थे मगर अब अधिकांश अखाड़े में 50 से 100 लोग ही शाही स्नान करेंगे हमारी सन्यासी के सातों अखाड़ों के साथ बैठक हुई है हमारे द्वारा 12 और 14 तारीख के शाही स्नान में जो व्यवस्था की गई थी उसी व्यवस्था के साथ अखाड़े शाही स्नान करेंगे पहले निरंजनी और आनंद अखाड़े के संत स्नान करेंगे उसके बाद जूना आव्हान अग्नि अखाड़े के साधु संत स्नान करने जायेगे तीसरे नंबर पर महानिर्वाणी और अटल अखाड़ा स्नान करेगा यह सभी अखाड़े प्रतीकात्मक रूप से शाही स्नान करेंगे सन्यासी अखाड़ों के बाद बैरागी के तीनों अखाड़े स्नान करेगे बैरागी अखाड़ों का यह है मुख्य स्नान होता है मगर उनके द्वारा भी कम संख्या में साधु संत शाही स्नान करेंगे बैरागी अखाड़ों के बाद बड़ा उदासीन और निर्माण अखाड़ा स्नान करने पहुंचेगा

कुंभ मेला जी संजय गुंज्याल का कहना है कि कुंभ में पहले शाही स्नान पर हमारे 7:30 बजे तक सभी घाटों को साधु संतों के शाही स्नान के लिए खाली कराया जाता था मगर इस बार 9 बजे तक श्रद्धालु सभी घाटों पर स्नान कर सकते हैं क्योंकि 10 बजे के बाद ही अखाड़े शाही स्नान करने हर की पौड़ी पहुंचेंगे कोरोना महामारी को देखते हुए इस शाही स्नान को प्रतीकात्मक रूप से किया जा रहा है मगर इस संस्थान में सभी 13 अखाड़े शाही स्नान करेंगे क्योंकि इस स्नान के बाद कुंभ का कोई भी स्नान पर्व शेष नहीं रहता इस स्नान के बाद कुंभ की विधिवत समाप्त की घोषणा भी की जाएगी हमारे द्वारा सभी व्यवस्था की गई है अगर व्यक्तिगत कोई अखाड़ा शाही स्नान नहीं करने जाता है तो वह उनका व्यक्तिगत निर्णय है इस शाही स्नान को लेकर हमारे द्वारा 2 जोन और 12 सेक्टर बनाए गए हैं इस शाही स्नान में हमारे द्वारा ट्रैफिक डायवर्जन नहीं किया जाएगा जब अखाड़े शाही स्नान करने जाएंगे उसी वक्त ट्रैफिक को रोका जाएगा बाकी पूरे समय तक हाईवे चलाया जाएगा शहर के बीच में भी कोई ट्रेफिक डायवर्जन नहीं रहेगा पर जब अखाड़े शाही स्नान करने के लिए निकलेंगे उस वक्त थोड़ा रूट चेंज किया जाएगा और बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को बॉर्डर पर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करना होगा रजिस्ट्रेशन और 72 घंटे पहले की आरटीपीसीर टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य रहेगा।

कुंभ के आखिरी शाही स्नान पर सभी तेरह अखाड़ों द्वारा शाही स्नान किया जाएगा सन्यासी अखाड़े इस शाही स्नान को प्रतीकात्मक रूप से करेंगे तो वही बैरागी वैष्णव संप्रदाय के अखाड़ों द्वारा भी भारी संख्या में साधु संत शाही स्नान करने नहीं जाएंगे मगर मेला पुलिस द्वारा तमाम तरह की तैयारियां की जा रही है क्योंकि कोरोना का प्रकोप भी लगातार बढ़ रहा है

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