इंडस्ट्रियल एरिया गैस प्लांट चौकी प्रभारी विकास रावत और समस्त टीम ने हरेला पर्व हर्षउल्लास के साथ मनाया और चौकी परिसर में किया पौधारोपण….

हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्र की गैस प्लांट चौकी मे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया हरेला पर्व उत्तराखंड में आज हरेला पर्व मनाया जा रहा है। हरेला पर्व स्वास्थ्य और संस्कृति से जोड़ता है। विशेषज्ञ आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से जुड़ी हरेला पर्व की विशेषताएं बताते हैं। पहाड़ों में मुख्य रूप से हिंदू समुदायों द्वारा मनाया जाने वाला हरेला, मनुष्य और प्रकृति के बीच गहरे बंधन की याद दिलाता है । कृषि, धार्मिक और पारिस्थितिक विषयों के अपने मिश्रण के साथ, इस त्यौहार का महत्व पिछले कुछ वर्षों में बढ़ा है – एक सांस्कृतिक परंपरा और एक सार्वजनिक पर्यावरण आंदोलन दोनों के रूप में गैस प्लांट चौकी प्रभारी विकास रावत का कहना है कि हरेला पर्व के दौरान बच्चों और युवाओं की ओर से खेली जाने वाली परंपरागत खेल सब शरीर को सक्रिय करने वाले प्राकृतिक व्यायाम हैं। यह मानसिक और शारीरिक समन्वय को बेहतर बनाते हैं, जिसे आयुर्वेद में ‘व्यास-बल-वर्धन’ कहा गया है। हरियाली लगाना केवल पर्यावरणीय कार्य नहीं है। आयुर्वेद में यह वनस्पति चिकित्सा का हिस्सा है। नीम, तुलसी, आंवला, पीपल,अर्जुन जैसे पौधे लगाए जाते हैं, जो पंचकर्म चिकित्सा में उपयोगी हैं।

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